बदल सकती हैं दवाओं की कीमतें, नहीं चलेगी कंपनियों की मनमर्जी

मोदी सरकार दवाओं की कीमतों पर लगाम लगाने की तैयारी में है

मोदी सरकार दवाओं की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए नई प्रॉसेस को तय करने की तैयारी में है। सरकार फार्मा प्रोडक्ट्स के लिए नया प्राइस इंडेक्स बना रही है। यह दवाओं की कीमतों पर नियंत्रण करेगा। इसमें सभी दवाएं शामिल होंगी।

अभी 850 दवाओं पर नियंत्रण
– अभी सरकार का 850 दवाओं की कीमतों पर नियंत्रण है।
– नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) इन दवाओं की हर साल कीमत तय करता है।
– कीमतें थोक मूल्य सूचकांक (WPI) के आधार पर तय की जाती हैं।
– नए प्रस्ताव में सरकार ने सभी दवाओं की कीमतों को नए फार्मास्युटिकल इंडेक्स से लिंक करने की योजना बनाई है।
– इसके लागू होने के बाद दवा निर्माता इस इंडेक्स के मुताबिक ही कीमतों को रिवाइज कर सकेंगे।
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह प्रस्ताव फाइल स्टेज में है और जून तक फार्मास्युटिकल डिपार्टमेंट इसे नोटिफाई कर देगा।

17 परसेंट पर ही है सरकार का नियंत्रण
– इंडिया में एक लाख करोड़ रुपए का फार्मास्युटिकल मार्केट है।
– इसमें से केवल 17 परसेंट पर ही सीधेतौर पर सरकार का प्राइस के मामले में नियंत्रण है।
– नई व्यवस्था के बाद 100 फीसदी के प्राइस का कंट्रोल सरकार के हाथ में आ जाएगा।
– यह प्रस्‍ताव नीति आयोग की सिफारिशों के आधार पर तय हुआ है। इसके बाद दवा कीमत नियंत्रण आदेश 2013 में बदलाव किया जाएगा। इसके लागू होने के बाद सभी दवाओं की कीमतें बदल जाएंगी।