माशूम के लिए फरिस्ता बने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत

राज्य के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक बार फिर मानवता की नई मिशाल कायम किया है। उत्तरकाशी जनपद की तहसील पुरोला में एक महिला अपने बीमार बच्चे की मदद के लिए जब त्रिवेंद्र सिंह रावत से फ़ोन पर गुहार लगायी तो मुख्यमंत्री महिला के लिए फरिस्ता साबित हुए।
दरअसल शुक्रवार, 28 जुलाई 2017 को उत्तरकाशी की पुरोला तहसील के सुनाली गांव में एक महिला के नवजात बच्चे की तबीयत बेहद खराब थी। रात के 11 बजे मीरा नाम की महिला को अपने बीमार बच्चे के इलाज के लिए कोई सहारा नजर नहीं आ रहा था। ऐसे में महिला ने सीधे सूबे के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत को फोन कर अपने बच्चे के स्वास्थ्य के संबंध में परेशानी बताई। महिला की परेशानी सुनते ही त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जिलाधिकारी को महिला की मदद के निर्देश दिए। डीएम के आदेश पर पुरोला के एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी आधे घंटे के भीतर रात 11.30 बजे मौके पर पहुंचें और नवजात को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। एक घंटे के भीतर ही बच्चे की तबीयत में सुधार होने लगा।
आपको बता दे की त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्यमंत्री बनने के बाद वह लगातार लोगों की समस्याओं के समाधान में जुटे है , रात को भी फोन पर लोगों की समस्याओं को सुनना। सीएम त्रिवेंद्र हर-पल अपनी जनता की सेवा और समस्याओं के निदान के लिए तैयार रहते हैं। कुछ दिन पहले भी फोन पर मुख्यमंत्री ने एक छात्रा की शिक्षकों की कमी की शिकायत को सुना था और फौरन समस्या के निदान के निर्देश दिए थे।