दिल्ली के सरकारी हॉस्पिटल में गार्ड रूपी गुंडों का आतंक ।

 

 

देश की राजधानी दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की खस्ता हालत किसी से छुपी नही है वहीं इन सरकारी अस्पताल में तैनात गार्ड अब गुंडे बनते जा रहे हैं । ताज़ा मामला रोहिणी में दिल्ली सरकार के बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल का है जहां इलाज कराने पहुँची प्रेग्नेंट युवती ओर उसके पति को एमरजेंसी के अंदर पीटा गया। जिसके बाद अस्पताल में पुलिस के सामने जमकर हंगामा हुआ।

हंगामे की ये तस्वीर है रोहिणी के अम्बेडकर अस्पताल जहां चौबीसों घंटे मरीज़ों का आना जाना लगा रहता है। सोमवार की देर रात यहां एमरजेंसी में एक प्रेग्नेंट युवती अपने पति की तबियत खराब होने पर उसके साथ इलाज के लिए पहुँची,जहां पीड़ित युवती ने आरोप लगाया है कि अस्पताल में काफी देर तक उनके पति यूरीन न आने की वजह से पेट दर्द से चिल्लाते रहे पर जब उन्हें किसी डॉक्टर ने नही देखा तो उन्होंने वहां मौजूद डॉक्टर से उन्हें जल्दी देखने के लिए कहा कि वहां डॉक्टर ने गार्ड को बुला लिया और फिर युवती ने बताया कि अस्पताल में मौजूद कुछ लेडीज़ गार्ड और जेंट्स गार्डस ने गर्भवती युवती से कहासुनी शुरू हो गयी जिसके बाद युवती के पति बीचबचाव के लिए आये और तब गार्ड्स ने युवती और उसके पति की जमकर पिटाई कर दी । और तो ओर डंडों से भी पीटा । प्रेग्नेंट लेडी ने बताया कि ज्यादातर गार्ड्स ने शराब पी रखी थी और बदतमीज़ी भी की ।

इस पूरी घटना के बाद बाहर आकर युवती ने 100 न. पर पुलिस कंट्रोल रूम को मामले की सूचना दी जिसके बाद मौके पर पहुँची पुलिस के सामने भी जमकर हंगामा हुआ और हंगामे को बढ़ता देख वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। और पुलिस बस मूक दर्शक बनी रही । अस्पताल की लापरवाही और गार्ड्स का ये कोई पहला मामला नही है। वहां इलाज कराने आये दूसरे तीमारदारों ने भी जमकर हॉस्पिटल की लापरवाही की कई कहानी बयां कर दी और प्रेग्नेंट युवती के साथ हुई बदसलूकी और मारपीट की घटना के बारे में भी बताया ।

जब अस्पताल की इमरजेंसी के बाहर ये सब हाई प्रोफाइल हंगामा चल रहा था वहां एम्बुलेंस के रास्ते मे कई गाड़ियां खड़ी रही जोकि काफी देर तक मरीज़ को लिए साइरन बजाती रही। वहीँ दूसरी तस्वीर में तीमारदार ही अपने मरीज़ों को खुद ही अस्पताल में ले जा रहे थे और अस्पताल की तरफ से कोई गार्ड या NO ने बाहर आने की ज़हमत नही उठाई और काफी देर बाद खुद कैट्स एम्बुलेंस के ही स्टाफ ने मरीज़ ने नीचे उतार कर अंदर ले गए ।

फिलहाल कई घंटे तक अस्पताल में हंगामा चलता रहा । सरकारी अस्पतालों में गार्ड्स और बाउंसर्स की गुंडागर्दी का ये पहला मामला नही है फिर भी न जाने क्यों स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बड़े बड़े दावे करने वाली दिल्ली की केजरीवाल सरकार इस सबके बाद भी आंखे मूंदे क्यों बैठी है ।