दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का बेरहम चेहरा आया सामने ।

 

ऑटो चालक का ऑटो क्रेन से उठाया तो ऑटो चालक हाथ जोड़ता रहा पर वहां खड़े चश्मदीदों की माने तो बिना पैसे के ऑटो छोड़ने से ट्रैफिक पुलिसकर्मी करते रहे मना और सदमे में 53 साल के ऑटो चालक को आया दौरा । बेहोश ऑटो चालक को उसी ऑटो में डालकर फरार हुए ट्रैफिक पुलिसकर्मी और क्रेनमैन । लोकल पुलिस आकर अस्पताल लेकर गई तो ऑटो चालक की हो गई सदमे में मौत । घटना दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके की है ।

— 53 साल का सैफुद्दीन ऑटो लेकर कश्मीरी गेट इलाके के मोरी गेट पर आया और खाना खाने लगा । तभी वहां ट्रैफिक पुलिस और क्रेन ने सैफुद्दीन का ऑटो उठा लाया तभी सैफुद्दीन हाथ जोड़ने लगा और कहा कि सैकड़ो ऑटो खड़े रहते है किसी को नही उठाते मैं महीना नही देता मेरा अकेले का ऑटो उठाया । सैफुद्दीन हाथ जोड़ने लगा कि उसका ऑटो छोड़ दे ये सब मौके पर ही जारी था । दिल्ली के लोगो की भीड़ रुककर दिलह रही थी पर ट्रैफिक पुलिस का दिल नही पसीजा । चश्मदीद लोगो का आरोप है कि ट्रैफिक पुलिस वाले उनसे पैसे मांगते पर उसने कहा उसके पास पैसे नही । जब पुलिसकर्मी नही माने तो सैफुद्दीन को दौरा पड़ा और जमीन पर गिर गया । तभी ट्रैफिक पुलिस और क्रेन मैन सैफुद्दीन को उसी के ऑटो में डालकर फरार हो गए । तभी लोगो ने पुलिस कॉल की और लोकल पुलिस सैफुद्दीन को अस्पताल लेकर गई पर तब तक सैफुद्दीन की मौत हो चुकी थी ।

यहां ट्रैफिक पुलिस पर कई सवाल खड़े होते हैं कभी GST बिल के नाम पर उगाही तो अधिकतर वक्त चौराहों पर ट्रैफिक नियंत्रण की बजाय चौक से दूर ट्रैफिक पुलिस कर्मी छिपकर बैठते हैं और अचानक ऑटो और टेम्पो आदि को पकड़कर अवैध वसूली करते है ।

फिलहाल पुलिस के खिलाफ जांच अब दिल्ली पुलिस ही कर रही है और सैफुद्दीन के परिवार को न्याय मिलता है या नही ये देखने वाली बात होगी