दिल्ली में महज 10 साल की छोटी बच्ची को हुआ 26 साल के युवक से इश्क,

देश की राजधानी दिल्ली में प्रेम प्रसंग का एक ऐसा अनोखा और हैरान- परेशान करने का मामला सामने आया है जिसमे चौथी क्लास में पढ़ने एक महज़ 10 साल की छोटी बच्ची और 26 साल के युवक को आपस मे एक दूसरे से ऐसी मोहब्बत हो गयी कि घर वालो के समझाने पर दोनों ने एक दूसरे के साथ अपनी जान देने की कोशिश कर डाली, जिसमे युवक को अपने दोनों पैर गंवाने पड़े जबकि लड़की भी घायल हो गयी है। हैरान करने वाली ये घटना दिल्ली के नरेला इलाके की है।
सभी को हैरान और परेशान करने वाली मोहब्बत की इस अजीबो गरीब दास्तान पर शायद ही किसी को यकीन आये लेकिन ये सच है। ये हम नही कह रहे बल्कि इस सनसनीखेज प्रेम कहानी के असली किरदारो की हरकत खुद बयान कर रही हैं । दोनों में उम्र और समझ का इतना बड़ा फर्क होने के बावजूद भी ये एक दूसरे से दीवानों की तरह इस कदर मोहब्बत करते हैं कि जब इनके परिवार वालो ने जब इन्हें इनकी नासमझी के बारे में समझाने की कोशिश की तो दोनों ने साथ मरने के लिए ट्रेन के आगे छंलाग लगा दी जिसमे 26 वर्षीय युवक की दोनों टांगे कटकर अलग हो गईं।जबकि 10 साल की लड़की भी घायल हो गयी। घायल युवक की कटी टांगों को अब कभी नही जोड़ा जा सकता। घायल युवक और बच्ची ने बताया कि उनके परिवार वाले इस रिश्ते से नाखुश हैं जिसके चलते उन्होंने खुदखुशी करने का फैसला लिया। औऱ यहां आ गए

प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों ही मूल रूप से बिहार के रहने वाले है और अभी दोनों ही नरेला के स्वतंत्र नगर में एक ही मकान में अलग अलग कमरों में किराए पर रहते हैं। और बच्ची चौथी क्लास की छात्रा है। हैरान करने वाला ये हादसा रक्षाबंधन की शाम को दिल्ली के नरेला रेलवे स्टेशन पर हुआ । जिसके बाद घटनास्थल पर मौजूद लोगों को लगा कि घायल हुए दोनों लोग बहन भाई हैं। लेकिन जब उन्हें इनकी इस हरकत के पीछे का असली सच मालूम हुआ तो सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई कि आखिर कैसे कोई महज़ 10 साल की छोटी सी नासमझ बच्ची भी इश्क-मोहब्बत के बारे में इतनी गहराई तक भी सोच सकती है कि वो इतना बड़ा कदम उठा ले और एक वयस्क और समझदार युवती की तरह प्यार में नाकाम होने पर अपनी जान तक देने के लिए खुदखुशी करने जैसी हरकत कर ले।
ये अविश्वसनीय घटना जितनी हैरान करने वाली है उससे कहीं ज्यादा बहुत ज्यादा सभी को परेशान और विचलित करने वाली है। जिसके बारे में सोचने मात्र से ही किसी की भी रूह तक कांप जाए। इस घटना ने समाज में रह रहे ऐसे लोगो की विकलांग, घिनोनी और संस्कारहीन सोच को सामने ला दिया है। साथ ही ये भी साबित कर दिया है कि बच्चो को जरूरत से ज्यादा छूट, प्यार और अनदेखी भी खेलने कूदने ओर पढ़ने लिखने की इतनी छोटी सी उम्र में भी ऐसे दलदल में फंसा सकती है, जहां से उसे निकलना बहुत मुश्किल है ।बरहाल घायल युवक को प्राथमिक उपचार के बाद LNPJ अस्पताल रेफर कर दिया गया है और जीआरपी पुलिस मामले की जांच कर रही है । लेकिन महज़ 10 साल की बच्ची का इस तरह से बहक जाना और ऐसा कदम उठा लेना बहुत ही बड़ी और गंभीर चिंता का विषय है ।