भारत : एक साल में रिकॉर्ड 10.4 गीगावॉट सोलर पावर सुविधा तैयार हुई

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कर्नाटक सबसे आगे
कर्नाटक में 4.1 गीगावॉट पावर जनरेशन की सुविधा है। इसके बाद तेलंगाना, राजस्थान, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु का नंबर है।

2017-18 के बीच भारत में 10.4 गीगावॉट से ज्यादा सोलर पावर फैसिलिटी जुड़ गई। ये एक साल में सबसे ज्यादा सोलर पावर फैसिलिटी तैयार करने का रिकॉर्ड है। वहीं, सौर ऊर्जा को बिजली में बदलने वाले फोटोवोल्टेक्स पैनल की क्षमता 24.4 गीगावॉट पहुंच चुकी है। ब्रिज टू इंडिया की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की 10.4 गीगावॉट फैसिलिटी में से 9.14 गीगावॉट इस्तेमाल के लायक है। एक साल में इस क्षमता में 72 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है।
कर्नाटक में सबसे ज्यादा 4.1 गीगावॉट पावर जनरेशन की सुविधा है। इसके बाद तेलंगाना, राजस्थान, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु का नंबर आता है। 2016 तक राजस्थान और गुजरात देश में टॉप पर थे। इन राज्यों में 1-1 गीगावॉट की सोलर पावर कैपिसिटी थी। पिछले साढ़े तीन साल में देश में अक्षय ऊर्जा की कैपेसिटी 27.07 गीगावॉट बढ़ी है। इसमें सोलर से 12.87 गीगावॉट, विंड पावर से 11.70 गीगावॉट, हाईड्रो से 0.59 गीगावॉट और बायो से 0.79 गीगावॉट शामिल हैं।

ओपन एक्सेस सोलर में 1.7 गीगावॉट की बढ़त हुई है जो पिछली बार से 275% ज्यादा है। ओपन एक्सेस सोलर के जरिए ओपन मार्केट से सोलर बिजली खरीदी जा सकती है। रूफ टॉप की क्षमता 2.4 गीगावॉट पहुंच गई है जिसमें से 1 गीगावॉट 2017-18 में तैयार हुई है। वहीं ऑफ ग्रिड सोलर इंस्टॉलेशन 691 मेगावाॅट कैपेसिटी हो गई है। इसमें इस साल में 271 मेगावाॅट जुड़ा है। 2017 में 62 गीगावॉट के नवीनीकरण स्टेशन लगाए गए।

2017-18 में किस ऊर्जा से कितनी बिजली की फैसिलिटी?

ऊर्जा का प्रकार कितनी बिजली बन रही
सोलर 10.4 गीगावॉट
कोयला 4.6 गीगावॉट
हवा 1.7 गीगावॉट

देश में सोलर पावर

41.8 लाख सोलर लाइटिंग सिस्टम
1.42 लाख सोलर पंप
181.52 मेगावॉट के पावर पैक

अडानी टॉप डेवलपर: 2.3 गीगावॉट क्षमता के साथ अडानी ग्रुप सोलर पावर में टॉप डेवलपर बन चुका है। वहीं, सोलर मॉड्यूल सप्लायर्स में टॉप-10 में जिन कंपनियों के नाम हैं, उनमें से 7 चीन की हैं। टॉप-3 सप्लायर्स हैं- कैनेडियन सोलर (12.9% मार्केट शेयर), जेए सोलर (11.4% मार्केट शेयर) और ट्रीना सोलर (7.9% मार्केट शेयर)। सरकार 2022 तक अक्षय ऊर्जा उत्पादन की क्षमता 175 गीगावॉट करना चाहती है। इसमें से 40 गीगावॉट रूफटॉप सोलर पावर से लाने का टारगेट है।

देश के बड़े सोलर पावर इंस्टालेशन
1) शक्ति स्थल, पवागाड़ा कर्नाटक:
 16 हजार 500 करोड़ के निवेश के साथ दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क तैयार किया गया है। 13 हजार एकड़ में फैला। 2 हजार मेगावॉट क्षमता।

2) कुरनूल, आंध्रप्रदेश: यह अल्ट्रा मेगा सोलर पार्क है। ये कर्नाटक के सोलर पार्क से पहले तक दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क था है। ये 5932.32 एकड़ में फैला है।

3) कामुथी सोलर पावर प्रोजेक्ट, तमिलनाडु: यह एक लोकेशन पर बना दुनिया का सबसे बड़ा पावर प्रोजेक्ट है। ये दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोलर पार्क भी है। इसकी क्षमता 648 मेगावॉट है। इस पार्क को अडानी पावर ने लगवाया है।

4) भदला सोलर पार्क, जोधपुर, राजस्थान: देश का तीसरा बड़ा सोलर पार्क है। ये 10 हजार एकड़ में फैला है। इसकी क्षमता 2 हजार 255 मेगावॉट है।

5) चारांका सोलर पार्क, गुजरात: यह भी एशिया के बड़े सोलर पार्क में से एक है। यहां दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा फोटोवोल्टिक पावर स्टेशन है जो 5 हजार 384 एकड़ में फैला है।

6) सकरी सोलर प्लांट, शिवाजीनगर, धुले, महाराष्ट्र: यह महाराष्ट्र का सबसे बड़ा पावर प्लांट है। इसकी क्षमता 125 मेगावॉट है।

7) सोलर स्टीम कुकिंग सिस्टम, शिर्डी: इसे श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट ने बनाया है। यह दुनिया का सबसे बड़ा सोलर स्टीम सिस्टम है। यहां देश का सबसे बड़ा किचन है।

8) वेलस्पन सोलर, मध्य प्रदेश: 151 मेगावॉट क्षमता वाले इस प्रोजेक्ट में जल्दी ही 750 मेगावॉट क्षमता जुड़ने वाली है।

9) धीरूभाई अंबानी सोलर पार्क, पोकरण, राजस्थान: रिलायंस इंडस्ट्री का ये पार्क प्रदेश का सबसे बड़ा सोलर पार्क है।

10) बानासुरा सागर डेम फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट, वायनाद केरल: बानासुरा सागर डैम पर बना है। ये देश का इकलौता फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट है। कोच्चि एयरपोर्ट देश में पहला है जो पूरी तरह सोलर पावर्ड है।