लेबर कोर्ट को कड़कड़डूमा से हटाकर द्वारका कोर्ट में भेजा जा रहा है।

अब लेबर कोर्ट के मामले कड़कड़डूमा कोर्ट में नहीं सुने जाएंगे। इसके लिए लोगों को द्वारका कोर्ट जाना होगा। जी हां, कड़कड़डूमा कोर्ट में चल रहे सभी आठ लेबर कोर्ट को कड़कड़डूमा से हटाकर द्वारका कोर्ट में भेजा जा रहा है। अगले महीने 6 नवंबर से लेबर कोर्ट द्वारका से काम करना शुरू करेंगी। सिर्फ लेबर कोर्ट ही नहीं बल्कि इंडस्ट्रियल ट्रिब्यूनल और दो सेंट्रल गवर्नमेंट इंडस्ट्रियल ट्रिब्यूनल भी कड़कड़डूमा से हटाए जा रहे हैं। इन सभी को भी द्वारका कोर्ट भेजा जा रहा है।

ऐसा करने का कोई कारण नहीं बताया गया।हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार ने इस बारे में एक सर्कुलर जारी किया है। सर्कुलर में कहा गया है कि हाई कोर्ट की फुल कोर्ट ने इस बारे में फैसला किया है कि लेबर कोर्ट के साथ-साथ ट्रिब्यूनल्स को भी द्वारका में शिफ्ट कर दिया जाए। कोई नहीं जानता कि आखिर अचानक यह फैसला क्यों लिया गया। सर्कुलर में यह भी बताया गया है कि शिफिटंग के लिए सारे इंतजाम किए जा रहे हैं ताकि 6 नवंबर से ये कोर्ट द्वारका में सही तरीके से काम कर सकें। इस बारे में सारे वकीलों, मुकदमा लड़ने वालों, लेबर विभाग और बाकी लोगों को भी सूचना भेजी जा रही है। बहुत-से लोगों को अभी तक यह सूचना नहीं मिली। आपको यह भी बता दें कि पहले सारी कोर्ट में उसी के अधिकार क्षेत्र की लेबर कोर्ट चला करती थीं लेकिन 1993 में सारी लेबर कोर्ट को कड़कड़डूमा लाया गया था। अब सभी द्वारका भेजी जा रही हैं।